नारे से ही मारा जायेगा  हिन्दुस्थान ...... धीमान भट्टाचार्जी

याद आता है  ऊह  दिन  जब  नेहरू जी ने नारे  लगाएथे " हिंदी  चीनी  भाई भाई " /  लेकिन  उपहार  में मिला  इंडो चीन  जंग ,इसी  जंग में भारत का हार / पंडित जहरवाल नेहरू जी ने  समल नहीं पाए , करारा हर के बाढ़ उनका  दुखद  सरगबास हुआ , या अब इतिहास  है , अब बासठ  का  भारत  नहीं रहा / येह देश एक परमाणु  शक्तिधर  देश है / जो वि हो  भारत फिर एकबार फिरसे  डिप्लोमेटिक वे  पे चल रहाहै / सुना जारहा है अजित डोवालके और बिदेश सचिव जइसँकर जी  बेजिंग  जारहेहै / इशू  होगा ढोकला  और  POK / नरेंद्र मोदी सर्कार  चाप ले नहीं पाए , लेकिन  या  डिप्लोमेटिक  इंडियन पोलिसी  कितना काम का है , पिछेसे  चक्कू  मारने वाला  चाइना का रुख बदलने वाला नहीं है ,खतरनाख उत्तर कोरिआ का साथ देना और ONE  BELT  ONE  ROAD  बिज़नेस  कॉरीडोर  के  नामपे जो  अग्ग्रेशन  चीन देखा रहा है उससे  हटनेवाला देश चाइना नहीं है / भारत दिखाना चाहता है  ओह  एक सहनसील  देश है , भारत  अमन  चाहता है ,लेकिन  देश की अखंडता  के साथ  कोई समझौता  नहीं करेगाभारत के ये ढोंग देश के अवाम समाज चूका है , वैसे ही  पाकिस्तान  और  चाइना  भी  समज चूका है  असल में  भारत आगेका  भारत नहीं रहा , जो  जोश और देशप्रेम  इंडियन आर्मी का है , देश की अवाम  का है  ओह  इंडियन  नापाक पॉलिटिशंस  का नहीं हैऔर एक बार करारा प्रहार मिलने वाला हैइंडियन अवाम  को  एकबार  फिर देश की  जाबाज  फौजी भइओ का बारे सहादत काबुल करना पड़ेगाअगर इंडियन पॉलिटिशंस  का  कोई  पोसेटिव एक्शन लेना होता तो  कबका POK  पाकिस्तान से  अलग होता /    

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